UPTET - टीईटी - TET
UPTET - विशिष्ट बीटीसी चयन की मेरिट प्रक्रिया को मंजूरी
गुणांक के आधार पर तैयार की जाएगीमेरिट
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अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। विशिष्ट बीटीसी की 72 हजार 825 सीटों पर चयन के लिए मेरिट प्रक्रिया तय कर दी गई है। मेरिट का निर्धारण गुणांक के आधार पर हीकिया जाएगा। विभागीय अधिकारियों ने मंगलवार को बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी को शासनादेश का प्रारूप भेज दिया है। उनकी मंजूरी मिलते ही इसे जारी कर दिया जाएगा। चयन प्रक्रिया में शामिल होने के लिए शुल्क भी कम कर दिया गया है। सामान्य वर्ग और ओबीसी के लिए 400 व एससी-एसटी के लिए 200 रुपये शुल्क रखा गया है। पहले 500 व 250 रुपये रखा गया था। नि:शक्तों से कोई शुल्क नहीं लियाजाएगा। आवेदन ऑनलाइन ही लिए जाएंगे। इसके लिए दो राष्ट्रीयकृत बैंकों से चालान बनवाए जा सकेंगे।
यूपी के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है। इसको देखते हुए टीईटी पासबीएड डिग्रीधारकों को विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण देकर प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक बनाए जाना है। शासन ने राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) से 3 अक्तूबर को मेरिट निर्धारण के संबंध में प्रस्ताव मांगा था। एससीईआरटी निदेशक से पूछा गया था कि यूपी बोर्ड और केंद्रीय बोर्ड के बीच मेरिट निर्धारण में समानता कैसे लाया जाएगा। इसके आधार पर एससीईआरटी ने दो सुझाव दिए थे। पहला कि हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक और बीएड में मिले प्राप्तांक सीधे जोड़कर मेरिट का निर्धारण किया जाए और दूसरा गुणांक के आधार पर मेरिट कानिर्धारण किया जाए।
उदाहरण के लिए हाईस्कूल के कुल प्रतिशत का 10 अंक, इंटर के कुल प्रतिशत का 20 व स्नातक का 40 अंकऔर बीएड में प्रथम श्रेणी या उससेऊपर पर थ्योरी व प्रैक्टिकल का 12-12 अंक, द्वितीय श्रेणी या इससे ऊपर होने पर 6-6 और तृतीय श्रेणी या उससे ऊपर पर 3-3 अंक जोड़कर मेरिट का निर्धारण किया जाए।गुणांक के आधार पर मेरिट का निर्धारण किए जाने से समानता तो बनेगी ही साथ में प्राइमरी स्कूलों को केंद्रीय बोर्ड से पास अच्छे शिक्षक भी मिल जाएंगे, क्योंकि प्राइमरी स्कूलों में अंग्रेजी, गणित व विज्ञान की पढ़ाई पर अधिक जोर दिया जा रहा है।
Source - Amar Ujala
10-10-2012
UPTET - विशिष्ट बीटीसी चयन की मेरिट प्रक्रिया को मंजूरी
गुणांक के आधार पर तैयार की जाएगीमेरिट
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अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। विशिष्ट बीटीसी की 72 हजार 825 सीटों पर चयन के लिए मेरिट प्रक्रिया तय कर दी गई है। मेरिट का निर्धारण गुणांक के आधार पर हीकिया जाएगा। विभागीय अधिकारियों ने मंगलवार को बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी को शासनादेश का प्रारूप भेज दिया है। उनकी मंजूरी मिलते ही इसे जारी कर दिया जाएगा। चयन प्रक्रिया में शामिल होने के लिए शुल्क भी कम कर दिया गया है। सामान्य वर्ग और ओबीसी के लिए 400 व एससी-एसटी के लिए 200 रुपये शुल्क रखा गया है। पहले 500 व 250 रुपये रखा गया था। नि:शक्तों से कोई शुल्क नहीं लियाजाएगा। आवेदन ऑनलाइन ही लिए जाएंगे। इसके लिए दो राष्ट्रीयकृत बैंकों से चालान बनवाए जा सकेंगे।
यूपी के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है। इसको देखते हुए टीईटी पासबीएड डिग्रीधारकों को विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण देकर प्राइमरी स्कूलों में सहायक अध्यापक बनाए जाना है। शासन ने राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) से 3 अक्तूबर को मेरिट निर्धारण के संबंध में प्रस्ताव मांगा था। एससीईआरटी निदेशक से पूछा गया था कि यूपी बोर्ड और केंद्रीय बोर्ड के बीच मेरिट निर्धारण में समानता कैसे लाया जाएगा। इसके आधार पर एससीईआरटी ने दो सुझाव दिए थे। पहला कि हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक और बीएड में मिले प्राप्तांक सीधे जोड़कर मेरिट का निर्धारण किया जाए और दूसरा गुणांक के आधार पर मेरिट कानिर्धारण किया जाए।
उदाहरण के लिए हाईस्कूल के कुल प्रतिशत का 10 अंक, इंटर के कुल प्रतिशत का 20 व स्नातक का 40 अंकऔर बीएड में प्रथम श्रेणी या उससेऊपर पर थ्योरी व प्रैक्टिकल का 12-12 अंक, द्वितीय श्रेणी या इससे ऊपर होने पर 6-6 और तृतीय श्रेणी या उससे ऊपर पर 3-3 अंक जोड़कर मेरिट का निर्धारण किया जाए।गुणांक के आधार पर मेरिट का निर्धारण किए जाने से समानता तो बनेगी ही साथ में प्राइमरी स्कूलों को केंद्रीय बोर्ड से पास अच्छे शिक्षक भी मिल जाएंगे, क्योंकि प्राइमरी स्कूलों में अंग्रेजी, गणित व विज्ञान की पढ़ाई पर अधिक जोर दिया जा रहा है।
Source - Amar Ujala
10-10-2012
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