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Sunday 28 October 2012

देहरादून - टीईटी पास बीटीसी प्रशिक्षितों की राह आसान


देहरादून - टीईटी पास बीटीसी प्रशिक्षितों की राह आसान

जागरण ब्यूरो, देहरादून
सूबे में प्राइमरी शिक्षकों के रिक्त पदों पर नियुक्ति में पग-पग पर पेश आ रही बाधाओं से शिक्षा महकमा हलकान है। नियमित बीटीसी प्रशिक्षितों की नियुक्ति पर लगी रोक हटने के मामले में महकमे की नजर हाईकोर्ट के अंतिम आदेश पर टिकी हैं। फिलवक्त उन्हीं बीटीसी प्रशिक्षितों के लिए नियुक्ति के द्वार खुले हैं, जिन्होंने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) भी उत्तीर्ण की है। 
सरकार ने 1147 नियमित बीटीसी प्रशिक्षितों को टीईटी परीक्षा में शामिल होने से छूट देने का आदेश जारी किया है। वहीं प्राइमरी स्कूलों में रिक्त पदों पर पढ़ा रहे तकरीबन 1300 शिक्षा मित्रों को भी बीटीसी प्रशिक्षण दिलाया गया है। नियमित बीटीसी प्रशिक्षितों की तर्ज पर टीईटी पास करने की बाध्यता खत्म करने को प्रशिक्षित शिक्षा मित्र आंदोलनरत हैं। शिक्षा मित्रों का कहना है कि वह स्कूलों में अध्यापनरत हैं, साथ ही उन्होंने बीटीसी प्रशिक्षण भी लिया है। लिहाजा नियमित बीटीसी प्रशिक्षितों की तर्ज पर उनके लिए भी टीईटी पास करने की बाध्यता नहीं होनी चाहिए। उनकी याचिका पर हाईकोर्ट ने फिलहाल नियमित बीटीसी प्रशिक्षितों को नियमित शिक्षकों के रूप में नियुक्ति पर रोक लगा दी है। महकमे की ओर से उक्त मामले में अगली सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट में पक्ष रखा जाएगा। सूत्रों के मुताबिक महकमा शिक्षा का अधिकार एक्ट के मुताबिक पात्रता परीक्षा के जरिए बीटीसी प्रशिक्षण के लिए चयनित होने और प्रशिक्षण लेने वालों को प्राइमरी शिक्षकों के तौर पर नियुक्ति का पात्र मान रहा है। शिक्षा मित्रों के मामले में पात्रता परीक्षा से चयन नहीं होने का पेच आड़े आ रहा है। यह मामला अब हाईकोर्ट में पहुंच चुका है, लिहाजा महकमे की निगाहें हाईकोर्ट के फैसले पर टिकी हैं। संपर्क करने पर शिक्षा सचिव मनीषा पंवार ने कहा कि उक्त मामले में हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद फैसला लिया जाएगा। अलबत्ता, टीईटी उत्तीर्ण करने वाले नियमित बीटीसी प्रशिक्षितों की नियुक्ति में अड़चन नहीं है। निदेशालय से ऐसे प्रशिक्षितों के बारे में जानकारी मांगी गई है। 
इनसेट-
नियमित बीटीसी प्रशिक्षितों की जिलेवार संख्या:
उत्तरकाशी-82, टिहरी-89, पौड़ी-85, चमोली-89, रुद्रप्रयाग-74, देहरादून-91, उधमसिंहनगर-94, हरिद्वार-84, अल्मोड़ा-97, नैनीताल-91, पिथौरागढ़-95और बागेश्वर-89

Source Jagran
28-10-2012

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