प्रदेश के कई डायट और प्राइवेट कालेजों में सीटें बढ़ाने का प्रस्ताव
अब तक प्राइवेट कालेजों में केवल 50 सीटों पर होता है प्रवेश इलाहाबाद। नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर्स एजुकेशन (एनसीटीई) की तरफ से कोई तकनीकी सवाल न उठाए गए और मुख्यमंत्री ने बीटीसी संस्थानों की मान्यता को लेकर कोई बड़ा उलटफेर न किया तो प्राइमरी स्कूलों में मास्टरी का सपना संजो रहे युवाओं को बड़ी राहत मिल सकती है। पिछले साल की बीटीसी चयन प्रक्रिया में जिन्हें कम मेरिट के कारण मौका नहीं मिला, उन्हें इस बार निराश नहीं होना पड़ेगा। सब प्रारूप के मुताबिक रहा तो अबकी प्रदेश में 5500 नई सीटों पर बीटीसी के दाखिले होंगे। मुख्यमंत्री की पहल पर बीटीसी संस्थानों में चयन के लिए जो प्रारूप तैयार किया जा रहा है, उसमें 5500 सीटें बढ़ाने का प्रस्ताव है। प्रदेश में पहले से चल रहे बीटीसी कालेजों में ज्यादातर को अधिक सीटों पर दाखिले की अनुमति मिलने की संभावना है। इसके अलावा कई जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में भी सीटें बढ़ाई जाएंगी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बेसिक शिक्षा विभाग, एससीईआरटी के अधिकारियों के साथ बैठक में निर्देश दिए थे कि बीटीसी संस्थानों की पड़ताल की जाए और छात्रों की सुविधा के लिए क्या हो सकता है, इसका ब्योरा दें। सीएम के निर्देश के बाद नए सत्र में दाखिले के लिए जो प्रस्ताव तैयार किया गया है, उसमें प्राइवेट संस्थानों को और अधिक सीटें देने की संस्तुति है। संस्थानों के स्थलीय निरीक्षण को पहुंची टीम ने रिपोर्ट दी है कि पर्याप्त संसाधन, प्रशिक्षित स्टाफ और स्थान के मामले में कई संस्थान कुछ डायट्स पर भारी हैं। संस्थानों के कागजात की जांच करने निदेशालय पहुंचे एनसीटीई उत्तरी क्षेत्र के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जून के तीसरे हफ्ते में इन सीटों के बारे में लिखित अनुमति दी जा सकती है। उसके बाद जून के आखिरी हफ्ते या जुलाई के पहले हफ्ते में चयन प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
Story Update : Wednesday, April 14, 2012 1:46 PM
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Saturday 14 April 2012
बीटीसी में 5500 नई सीटों पर होंगे दाखिले!
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